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परंपरा की जगह कभी-कभी खूँटे ले लेते हैं
माधव हाड़ा से पीयूष पुष्पम् का संवाद पाठ। सं. देवांशु। जुलाई-सितंबर, 2024 प्रश्न: आपने शुरुआत तो आधुनिक कविता की आलोचन से की थी। अब आपने...

Madhav Hada
Aug 21, 202422 min read


कालजयी कवि और उनकी कविता । संवाद : माधव हाड़ा एवं पल्लव
'कालजयी कवि और उनकी कविता' राजपाल एंड सन्ज की पुस्तक शृंखला है, जिसमें अब तक कबीर, रैदास, मीरां, सूरदास, तुलसीदास और अमीर खुसरो विषयक...
Peeush Pushpam
Oct 7, 20221 min read
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