माधव हाड़ाApr 15, 202011 minमीरां और ब्रजरत्नदास'मीरां माधुरी' की भूमिका के रूप में प्रकाशित यह विडंबना है कि मीरां के अतिमानवीय संत-भक्त रूप की लोकप्रियता के कारण उसके मनुष्य संत-भक्त...
माधव हाड़ाJan 1, 202014 minदेहरी पर दीपकमधुमती, दिसंबर, 2019 में प्रकाशित अभिव्यक्ति मनुष्य अस्तित्व की नैसर्गिक ज़रूरत है। मनुष्य अस्तित्व की संभावनाओं के पल्लवन और संपूर्ण...
माधव हाड़ाNov 11, 20197 minहिंदी आलोचना का संभ्रम और अंतर्बाधाएँमधुमती, जून 2019 में प्रकाशित आलोचना साहित्य के आस्वाद में भोक्ता की मदद करती है। यह साहित्य के अर्थ-आशय तक भोक्ता की पहुँच को सुगम बनाती...